
लखनऊ, 9 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश सरकार किसानों और युवाओं को नई कमाई का जरिया देने के लिए मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत मुफ्त ट्रेनिंग का शानदार मौका मिल रहा है। सहारनपुर, बस्ती और प्रयागराज में 90 दिनों की यह ट्रेनिंग 16 सितंबर से शुरू होगी, लेकिन आवेदन के लिए आज ही तैयारी करें क्योंकि आखिरी तारीख 16 सितंबर है। यह योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में चलाई जा रही है, जो किसानों की आय दोगुनी करने का सपना पूरा करने में मदद करेगी।
मधुमक्खी पालन एक ऐसा काम है जो कम समय और कम पैसे में अच्छी कमाई देता है। सरकार का कहना है कि इससे फसलों को परागण में मदद मिलती है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की यह योजना किसानों, बेरोजगार युवाओं और ग्रामीण महिलाओं के लिए खासतौर पर फायदेमंद है। ट्रेनिंग में मधुमक्खी पालन की पूरी जानकारी दी जाएगी, जैसे कि मधुमक्खी के छत्ते कैसे लगाएं, शहद कैसे निकालें और बाजार में कैसे बेचें। 90 दिनों की यह ट्रेनिंग 16 सितंबर से 15 दिसंबर तक चलेगी।
कौन आवेदन कर सकता है? कम से कम आठवीं पास कोई भी लड़का या लड़की, किसी भी वर्ग का, आवेदन कर सकता है। आवेदन के लिए सहारनपुर, बस्ती या प्रयागराज के संबंधित केंद्रों में जमा करना होगा। सहारनपुर में संयुक्त निदेशक, उद्यान प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र; बस्ती में भी संयुक्त निदेशक, उद्यान प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र; और प्रयागराज में राज्य उद्यान अधीक्षक के पास आवेदन दें। साथ ही, दो सम्मानित व्यक्तियों या गजेटेड अधिकारी से चरित्र प्रमाण पत्र भी लगाना जरूरी है। आवेदन की आखिरी तारीख 16 सितंबर 2025 है, तो देर न करें।
इसके अलावा, अच्छी खबर यह है कि ट्रेनिंग के बाद मधुमक्खी पालन शुरू करने वालों को 40 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी। इससे उपकरण खरीदना आसान हो जाएगा। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले ही कई जिलों में ऐसी योजनाएं चल रही हैं, और अब यह तीन जिलों में विस्तार हो रहा है। एक किसान नेता ने कहा, “यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी। बेरोजगारी से निपटने के लिए यह बेहतरीन रास्ता है।”
हाल की अपडेट्स के मुताबिक, सरकार ने आवेदनों की प्रक्रिया को सरल बनाया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग फायदा उठा सकें। अगर आप किसान हैं या नौकरी की तलाश में हैं, तो यह मौका हाथ से न जाने दें। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी उद्यान विभाग कार्यालय से संपर्क करें। यह ट्रेनिंग न सिर्फ कमाई का साधन बनेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी। उम्मीद है कि हजारों लोग इसका लाभ लेंगे और उत्तर प्रदेश की मधुक्रांति आ जायेगी।