
महोबा, उत्तर प्रदेश में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आल्हा चौक के एक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की जगह पानी बेचे जाने की शिकायत ने हंगामा खड़ा कर दिया। वाहन चालकों का गुस्सा बढ़ रहा है क्योंकि उनकी गाड़ियां खराब हो रही हैं, और लोग मैकेनिक के पास जाने को मजबूर हैं। इस घटना ने स्थानीय लोगों में नाराजगी पैदा की है, और सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा चर्चा में है। आइए, इस मामले के ताजा अपडेट्स देखें।
पेट्रोल पंप पर हंगामा, चालकों की शिकायतें
आल्हा चौक के पेट्रोल पंप पर कई वाहन चालकों ने पेट्रोल भरवाया, लेकिन कुछ ही दूरी पर उनकी बाइक और गाड़ियां बंद हो गईं। जांच में पता चला कि टैंकों में पेट्रोल की जगह पानी भरा गया था। नाराज चालकों ने पंप पर हंगामा किया और संचालक से जवाब मांगा। एक चालक, रमेश ने बताया, “मैंने 500 रुपये का पेट्रोल डलवाया, लेकिन बाइक दो किलोमीटर भी नहीं चली। मैकेनिक ने बताया कि टैंक में पानी है।” कई लोग पंप पर वापस लौटे और अपने पैसे वापस मांगे। पंप संचालक ने कुछ चालकों को पैसे लौटाए, लेकिन मामला बढ़ता देख पुलिस को बुलाना पड़ा। सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें चालक अपनी नाराजगी जता रहे हैं।
प्रशासन की कार्रवाई और जांच शुरू
महोबा के जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जिला मजिस्ट्रेट ने पेट्रोल पंप पर तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया, “हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह गलती कैसे हुई। अगर मिलावट पाई गई, तो सख्त कार्रवाई होगी।” स्थानीय पुलिस ने भी पंप संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। कुछ लोगों का कहना है कि टैंक में पानी का रिसाव हुआ होगा, जबकि अन्य इसे जानबूझकर मिलावट का मामला मान रहे हैं। चालकों ने मांग की है कि दोषियों को दंडित किया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
वाहन चालकों की परेशानी और नुकसान
इस घटना से दर्जनों वाहन चालकों को भारी परेशानी हुई है। बाइक और कार के इंजन में पानी जाने से कई वाहन खराब हो गए, जिसके लिए मैकेनिक की मदद लेनी पड़ी। एक मैकेनिक, सुनील ने बताया, “पिछले दो दिनों में 15-20 बाइकें आई हैं, जिनके टैंक में पानी था। इंजन की सफाई में 1000-2000 रुपये खर्च हो रहे हैं।” चालकों का कहना है कि यह सिर्फ पैसे का नुकसान नहीं, बल्कि समय और विश्वास की हानि भी है। कुछ चालकों ने बताया कि वे रोजगार के लिए गाड़ियों पर निर्भर हैं, और अब उनके काम पर असर पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इस पंप के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, साथ ही अन्य पेट्रोल पंपों पर भी जांच की बात उठ रही है।