
मेरठ, 7 सितंबर 2025: त्योहार की खुशियां मातम में बदल गईं। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के सरधना इलाके में शनिवार रात गणेश विसर्जन शोभायात्रा के दौरान एक 21 साल के युवक पर बाइक सवार हमलावरों ने चाकू से कई वार किए। हमला इतना घातक था कि युवक की युवक बुरी तरह घायल हो गया। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना न सिर्फ परिवार को तोड़ गई, बल्कि पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन रंजिश की जड़ें अभी भी गहरी लग रही हैं।
पीड़ित युवक का नाम बॉबी गौतम था, जो सरधना के मोहल्ला तकियाकैत का रहने वाला था। वह एक कपड़े के शोरूम में सेल्समैन का काम करता था। उसके पिता नरेश गौतम ने बताया कि बॉबी गणेश विसर्जन की शोभायात्रा में शामिल था। दोस्त अमन गुप्ता की ओर से निकाली गई यह यात्रा रामलीला मैदान से शुरू होकर गंगा नहर के पास पहुंची थी। रात करीब 10-11 बजे के आसपास डीजे की धुन पर बॉबी नाच रहा था, तभी सात से ज्यादा बाइकों पर सवार 10-12 युवक वहां पहुंचे। वे नशे में धुत लग रहे थे और शोभायात्रा में हंगामा करने लगे। बॉबी ने उन्हें टोका और भगा दिया, लेकिन वे धमकी देकर चले गए। थोड़ी ही देर बाद वे वापस लौटे, पहले हवाई फायरिंग की जिससे भगदड़ मच गई, फिर बॉबी पर चाकू से हमला बोल दिया। वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि कैसे हमलावरों ने उसे घेरा और चाकू घोंपे। लोग वीडियो बनाते रहे, लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आया।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह हमला दिन में हुई एक छोटी सी रंजिश का नतीजा था। बॉबी का शेखर नाम के एक युवक से जिम में झगड़ा हो गया था। दोनों एक ही जाति के थे, लेकिन पुरानी दुश्मनी ने रंग दिखा दिया। परिवार का आरोप है कि दिन के झगड़े की शिकायत पर पुलिस ने कोई सख्ती नहीं की, जबकि समझौता हो गया था। अगर कार्रवाई होती तो शायद बॉबी आज जिंदा होता। मां ने रोते हुए कहा, “मेरा बेटा तो बस त्योहार मना रहा था, ये लोग उसे क्यों मार डाला? पुलिस को दिन में ही इनको पकड़ लेना चाहिए था।”
पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए बॉबी के परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। सरधना कोतवाली में हंगामा हुआ, जहां परिवार वालों ने नारे लगाए और एसएसपी से मिलने की मांग की। मेरठ ग्रामीण एसपी राकेश कुमार ने बताया, “यह आपसी रंजिश का मामला है। दोनों पक्ष सजातीय हैं। हमने शेखर पुत्र वीरेंद्र और अभिषेक पुत्र कल्लू को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों बेगमाबाद गांव के रहने वाले हैं, जो घटनास्थल से महज एक किलोमीटर दूर है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।”
यह घटना गणेश चतुर्थी के उत्सव को एक कड़वा सबक दे गई। परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस का कहना है कि पूरी जांच पूरी होने पर बाकी आरोपी भी पकड़े जाएंगे। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि त्योहारों के दौरान उचित सुरक्षा में लापरवाही क्यों रह जाती है? ऐसे हमलों से बचने के लिए स्थानीय प्रशासन को और सतर्क रहना होगा। बॉबी जैसे युवाओं की जिंदगी बर्बाद न हो, इसके लिए सबको सोचना पड़ेगा।