
कानपुर, 8 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के सचेंडी थाना क्षेत्र के लालूपुर गांव में एक ऐसी वारदात सामने आई है जो रिश्तों की मर्यादा को शर्मसार कर देती है। यहां एक महिला लक्ष्मी ने अपने दिव्यांग भांजे अमित के साथ अवैध संबंध बनाए रखने के चक्कर में अपने पति शिवबीर की निर्मम हत्या कर दी। यह हादसा करीब 10 महीने पहले हुआ था, लेकिन अब जाकर पुलिस को इसकी पूरी सच्चाई पता चली है। दोनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और पूछताछ में बिना किसी पछतावे के अपना जुर्म कबूल कर लिया।
जानकारी के अनुसार, शिवबीर सिंह (50 वर्ष) मूल रूप से बांदा के रहने वाले थे। वे गुजरात में मजदूरी करते थे।करीब 20 साल पहले उन्होंने वाराणसी की लक्ष्मी से प्रेम विवाह किया था। दंपति के तीन बच्चे हैं। छह साल पहले परिवार कानपुर के लालूपुर गांव में आ बसा, जहां वे लक्ष्मी के भांजे अमित की जमीन पर बनी झोपड़ी में रहते थे। अमित एक हाथ से दिव्यांग है, लेकिन धीरे-धीरे लक्ष्मी और उसके बीच नाजायज रिश्ता बन गया। शिवबीर को जब यह बात पता चली, तो शिवबीर नशे में आकर लक्ष्मी को पीटने लगे। इसी गुस्से और डर से लक्ष्मी ने अमित के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की साजिश रच ली।
हत्या 1 नवंबर 2024 की रात को हुई, दिवाली से ठीक एक दिन पहले। लक्ष्मी ने चाय में नींद की गोलियां मिलाकर उसे बेहोश कर दिया। फिर अमित को बुलाया। अमित ने दावा किया कि उसने अकेले ही लोहे की फावड़े से शिवबीर के सिर पर वार किया, लेकिन पुलिस को शक है क्योंकि अमित का एक हाथ कमजोर है। हत्या के बाद दोनों ने शव को घर से करीब 500 मीटर दूर हरिपाल और देवपाल की जमीन पर बने बगीचे में दफना दिया। तेजी से सड़न के लिए 12 किलो नमक डाल दिया। बारिश के दिनों में जब हड्डियां बाहर आने लगीं, तो उन्हें बोरे में भरकर पनकी नहर में फेंक दिया। लक्ष्मी ने परिजनों को बहाना बनाया कि शिवबीर कहीं चले गए हैं।
यह राज तब खुला जब शिवबीर के बेटे आनंद, जो राजस्थान में काम करता है, बार-बार पिता के बारे में पूछने लगा। रक्षाबंधन पर जब आनंद ने जिद की, तो लक्ष्मी टालमटोल करने लगी। आनंद ने अपनी बुआ कांति देवी को बताया। 19 अगस्त 2025 को कांति देवी ने सचेंडी थाने में लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने लक्ष्मी और अमित के मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) चेक किए। दोनों के बीच लगातार बातचीत का पता चला। पूछताछ में लक्ष्मी टूट गई और सब कुछ बता दिया। उसके इशारे पर पुलिस ने बगीचे की खुदाई की, जहां से हड्डियां, बनियान और गले का लॉकेट मिला। परिवार ने इन्हें पहचान लिया।
पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया। लक्ष्मी ने पूछताछ में कहा, “क्या करती, रोज मारता था।” लेकिन अमित पर भी सख्त कार्रवाई हो रही है। यह मामला इलाके में सनसनी फैला रहा है। अब पुलिस आगे की जांच कर रही है, जिसमें और सबूत जुटाए जा रहे हैं। शिवबीर के परिवार वाले न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। यह घटना समाज को सोचने पर मजबूर कर रही है कि रिश्तों की डोर कितनी नाजुक होती जा रही है।