
मुज़फ़्फ़रनगर में कांवड़ यात्रा की शुरुआत से ठीक पहले एक बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस ने बुढ़ाना क्षेत्र में एक अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब सावन मास की कांवड़ यात्रा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस खबर ने स्थानीय लोगों और प्रशासन को चौंका दिया है, क्योंकि यह इलाका कांवड़ यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण मार्गों में से एक है। आइए, इस घटना के ताज़ा अपडेट्स को विस्तार से जानते हैं।
अवैध असलहा फैक्ट्री का खुलासा:
शनिवार, 5 जुलाई 2025 को, मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने बुढ़ाना के सठेडी नहर पुलिया के पास जंगल में एक खंडहर में चल रही अवैध हथियार फैक्ट्री पर छापा मारा। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इस जगह पर गैरकानूनी तरीके से हथियार बनाए जा रहे हैं। छापेमारी के दौरान, पुलिस ने मौके से तीन लोगों—मोहम्मद शाहरुख, मोहम्मद जावेद, और मोहम्मद गुफरान को गिरफ्तार किया। ये लोग गांव पिठलौखर और नंगला के रहने वाले हैं। उनके पास से 20 से ज्यादा पिस्तौलें, चार बंदूकें, गोलियां, और हथियार बनाने के उपकरण बरामद हुए। एक अन्य संदिग्ध, दिपांशु, मौके से फरार हो गया, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। इस कार्रवाई ने कांवड़ यात्रा से पहले सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांवड़ यात्रा और सुरक्षा की चिंता
कांवड़ यात्रा, जो 11 जुलाई 2025 से शुरू होने वाली है, उत्तर भारत का एक बड़ा धार्मिक आयोजन है। लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य तक जाते हैं, और मुज़फ़्फ़रनगर इस यात्रा का एक अहम पड़ाव है। इस अवैध हथियार फैक्ट्री का पकड़ा जाना चिंता की बात है, क्योंकि यह इलाका यात्रियों से भरा रहता है। कुछ लोग सोशल मीडिया पर दावा कर रहे हैं कि इन हथियारों का इस्तेमाल यात्रा को निशाना बनाने के लिए हो सकता था, लेकिन पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। प्रशासन ने यात्रा के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है, और दिल्ली-देहरादून हाईवे पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। स्थानीय लोग भी इस खबर से परेशान हैं और चाहते हैं कि यात्रा शांतिपूर्ण हो।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये हथियार कहां सप्लाई किए जा रहे थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह फैक्ट्री लंबे समय से चल रही थी और इसके तार उत्तर प्रदेश के बाहर भी जुड़े हो सकते हैं। पुलिस ने बताया कि बरामद हथियारों में कई तरह की पिस्तौलें और राइफलें शामिल हैं, जो गैरकानूनी तरीके से बनाई जा रही थीं। डीसीपी नॉर्थ की अगुवाई में लखनऊ में भी हाल ही में एक ऐसी ही फैक्ट्री पकड़ी गई थी, जिससे इस तरह के अपराधों पर नकेल कसने की जरूरत और साफ हो गई है। पुलिस अब फरार संदिग्ध की तलाश में छापेमारी कर रही है।
स्थानीय लोगों का रिएक्शन:
इस खबर ने मुज़फ़्फ़रनगर के लोगों में खलबली मचा दी है। स्थानीय निवासी इसे कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए खतरे के रूप में देख रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले ही ऐसी गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए थी। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने इस घटना को लेकर अपनी नाराजगी जताई है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान कोई ढील नहीं बरती जाएगी। अतिरिक्त सुरक्षा बल, सीसीटीवी, और ड्रोन जैसे उपायों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बीच, लोग यह भी चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, ताकि धार्मिक आयोजनों का माहौल खराब न हो।