फतेहपुर, 8 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के ललौली थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। यहां एक 17 साल की दलित किशोरी के साथ जबरन धर्मांतरण और दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी शोएब खान ने किशोरी पर धर्म बदलने और शादी का दबाव बनाया, और जब उसने विरोध किया तो उसका यौन शोषण किया। इस घटना के बाद पुलिस ने शोएब और उसके माता-पिता के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, यह वारदात 25 अगस्त 2025 की शाम को हुई। किशोरी ने बताया कि शोएब खान, जो उसी गांव का रहने वाला है, लंबे समय से उसे परेशान कर रहा था। वह अक्सर रास्ते में रोककर छेड़खानी और अश्लील हरकतें करता था। उस दिन, जब किशोरी जंगल की ओर जा रही थी, शोएब ने उसे रोका और धर्म परिवर्तन कर शादी करने का दबाव डाला। किशोरी के मना करने पर उसने उसे जबरन पास के बाग में खींच लिया और दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर उसने जातिसूचक गालियां दीं और जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। डरी-सहमी किशोरी ने घर पहुंचकर अपनी मां को आपबीती बताई।
किशोरी की मां की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। शोएब खान, उसके पिता नफीस खान और मां के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धारा 74, 64(1), 352, 351(2), पॉक्सो एक्ट, अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि शोएब की तलाश में छापेमारी की जा रही है, लेकिन वह अभी फरार है। उसके माता-पिता से भी पूछताछ चल रही है।
इस घटना ने गांव में गुस्सा भड़का दिया है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि शोएब का व्यवहार पहले भी संदिग्ध रहा है। इस मामले ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया है, और पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “ऐसे अपराधियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि कोई और ऐसी हिम्मत न करे।”
यह घटना समाज में दलित समुदाय के खिलाफ हिंसा और धर्मांतरण के दबाव जैसे गंभीर मुद्दों को फिर से उजागर करती है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा और किशोरी को न्याय मिलेगा। जांच में और तथ्य सामने आने की उम्मीद है। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए।