नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास का इलाका जल्द ही शिक्षा का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने 15 बड़े प्लॉटों की नीलामी शुरू की है, जिन पर स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बनाए जाएंगे। ये प्लॉट सेक्टर 17ए, 13 और 22ई में हैं, और इनका आकार 27,000 से 83,822 वर्ग मीटर तक है। इस कदम से जेवर और आसपास के क्षेत्रों में शिक्षा की सुविधाएं बढ़ेंगी, जिससे स्थानीय लोगों को फायदा होगा। प्राधिकरण ने 30 जून 2025 से आवेदन शुरू कर दिए हैं, और 4 सितंबर को ई-नीलामी होगी। ये योजना नोएडा एयरपोर्ट को न सिर्फ यातायात का, बल्कि शिक्षा और रोजगार का हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
क्या है ये योजना?
यमुना प्राधिकरण ने नोएडा एयरपोर्ट के पास शिक्षा के लिए बड़ी योजना शुरू की है। 15 बड़े प्लॉटों की नीलामी हो रही है, जिन पर विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग संस्थान, प्रबंधन स्कूल और अनुसंधान केंद्र बनाए जाएंगे। इन प्लॉटों की कीमत 39 करोड़ से शुरू होकर 105 करोड़ रुपये से ज्यादा है। आवेदन 31 जुलाई तक किए जा सकते हैं, और योग्य आवेदकों की सूची 28 अगस्त को आएगी। ई-नीलामी 4 सितंबर को होगी। ये संस्थान जेवर को शिक्षा का बड़ा केंद्र बनाएंगे, जिससे स्थानीय युवाओं को पढ़ाई और नौकरी के मौके मिलेंगे। साथ ही, एयरपोर्ट की वजह से बढ़ने वाली आबादी की जरूरतें भी पूरी होंगी। इस योजना से क्षेत्र में बुनियादी ढांचा मजबूत होगा और विकास को गति मिलेगी।
स्थानीय लोगों को क्या फायदा?
नोएडा एयरपोर्ट के पास स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी खुलने से जेवर और आसपास के गांवों में बड़ा बदलाव आएगा। पहले, अच्छी पढ़ाई के लिए लोगों को दिल्ली या नोएडा जाना पड़ता था। अब स्थानीय स्तर पर ही विश्वस्तरीय शिक्षा मिलेगी। इससे बच्चों को दूर नहीं जाना पड़ेगा, और माता-पिता का खर्च भी बचेगा। साथ ही, इन संस्थानों सेទीक्षित करने से हजारों नौकरियां पैदा होंगी, जिससे स्थानीय लोग एयरपोर्ट और शिक्षा क्षेत्र में काम पा सकेंगे। ये इलाका औद्योगिक और शैक्षिक हब बन जाएगा, जिससे आर्थिक तरक्की होगी। स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने कहा, “हमारे बच्चों को अब पास में अच्छी पढ़ाई मिलेगी, ये बहुत बड़ी बात है।”
चुनौतियां और उम्मीदें
इस योजना को लागू करना आसान नहीं होगा। बड़े प्लॉटों की नीलामी और बुनियादी ढांचे का विकास समय लेगा। प्राधिकरण को यह सुनिश्चित करना होगा कि ये संस्थान उच्च गुणवत्ता वाले हों, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें। इसके अलावा, बढ़ती आबादी के लिए सड़क, पानी और बिजली जैसी सुविधाएं भी जरूरी हैं। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि प्राधिकरण समय पर काम पूरा करेगा। अगर ये योजना सफल रही, तो जेवर न सिर्फ एयरपोर्ट के लिए, बल्कि शिक्षा के लिए भी मशहूर हो जाएगा। लोग चाहते हैं कि सरकार और प्राधिकरण इस मौके को सही तरीके से लागू करें, ताकि क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल हो।
