
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में जलकल कंपाउंड के निवासियों में उस समय दहशत फैल गई, जब प्रशासन ने अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने की चेतावनी दी। डर के मारे कई लोगों ने अपने घरों से सामान निकाला और खुद ही अपने आशियाने तोड़ने शुरू कर दिए। यह घटना शनिवार, 12 जुलाई को शुरू हुई और अब तक कई परिवार अपने घरों को तोड़ चुके हैं।
क्या है पूरा मामला?
जलकल कंपाउंड में बने सरकारी आवासों को प्रशासन ने अवैध करार दिया है। इन घरों में ज्यादातर जलकल विभाग के कर्मचारी और उनके परिवार रहते हैं। शुक्रवार को प्रशासन ने नोटिस जारी कर कहा था कि अगर निवासियों ने अपने घर खाली नहीं किए, तो बुलडोजर से इन्हें ढहा दिया जाएगा। इस चेतावनी के बाद से ही लोग अपने सामान को सुरक्षित करने और घरों को तोड़ने में जुट गए।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हम कई सालों से यहां रह रहे हैं। अचानक नोटिस मिला कि घर तोड़ दिए जाएंगे। हमारे पास कोई और जगह नहीं है, इसलिए हमने खुद ही घर तोड़ना शुरू कर दिया ताकि कुछ सामान तो बचा सकें।”
प्रशासन का रुख
फिरोजाबाद के जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि जलकल कंपाउंड की जमीन सरकारी है और इन आवासों का निर्माण नियमों के खिलाफ हुआ था। एक अधिकारी ने बताया, “हमने निवासियों को पहले ही चेतावनी दी थी। यह कार्रवाई अवैध कब्जे हटाने के लिए जरूरी है।” हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें पर्याप्त समय या वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी गई।
लोगों में डर का माहौल
बुलडोजर की कार्रवाई का डर न केवल फिरोजाबाद, बल्कि आसपास के इलाकों में भी देखा जा रहा है। फिरोजाबाद में कई परिवारों ने बताया कि उनके पास न तो दूसरा ठिकाना है और न ही इतना पैसा कि वे नया घर बना सकें।
एक महिला निवासी ने कहा, “हमारे बच्चे स्कूल जाते हैं, हमारा सारा सामान यहीं है। अब हम कहां जाएंगे? सरकार को हमें कोई रास्ता देना चाहिए।”
आगे क्या?
प्रशासन ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया कि इन परिवारों के लिए कोई पुनर्वास योजना है या नहीं। कुछ स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे को उठाने का वादा किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। निवासियों से अपील की गई है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और नोटिस का पालन करें।